2018, Vol. 3 Issue 2, Part H
व्यक्तित्व विकास में ध्यान की भूमिका
AUTHOR(S): Jyoti MA
ABSTRACT:
व्यक्तित्व आधुनिक मनोविज्ञान का बहुत ही महत्वपूर्ण विषय है। व्यक्तित्व के अध्ययन के आधार पर व्यक्ति के व्यवहार का पूर्वकथन भी किया जा सकता है। प्रत्येक व्यक्ति अपने गुणों या विशेषताओं के कारण दूसरों से भिन्न है। श्री अरविन्द ने व्यक्ति विकास के क्रम में भौतिक, भावात्मक, बौद्धिक, चैत्य, आध्यात्मिक तथा अति मानसिक सोपानों का उल्लेख किया था। इन्हीं सोपानों को ध्यान के द्वारा प्राप्त किया जा सकता है। आधुनिक युग में व्यक्ति केवल भौतिकवाद व भावात्मक, बौद्धिक तक सीमित है। ध्यान के द्वारा व्यक्ति अपनी क्षमताओं को बढ़ाकर बौद्धिक से चैत्य, आध्यात्मिक व अति मानसिक सोपान को भी प्राप्त कर सकता है अर्थात अपने व्यक्तित्व का विकास आसानी से कर सकता है।
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How to cite this article:
Jyoti MA. व्यक्तित्व विकास में ध्यान की भूमिका. Int J Yogic Hum Mov Sports Sciences 2018;3(2):499-500.