2018, Vol. 3 Issue 1, Part G
योग दरà¥à¤¶à¤¨ में सामाजिक मूलà¥à¤¯à¥‹ का विवेचनातà¥à¤®à¤• अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨
AUTHOR(S): जà¥à¤žà¤¾à¤¨ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ सिंह, ड़ाॅं0 कामता साहà¥
ABSTRACT:
योग दरà¥à¤¶à¤¨ में जीवन मूलà¥à¤¯à¥‹à¤‚ का सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ सरà¥à¤µà¥‹à¤ªà¤°à¤¿ है। योग दरà¥à¤¶à¤¨ में सतà¥à¤¯à¤®, शिवम, सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤°à¤®à¥ को शाशà¥à¤µà¤¤à¤®à¥‚लà¥à¤¯à¥‹à¤‚ की संजà¥à¤žà¤¾ दी गई है। हमारे समाज व संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ में मनà¥à¤·à¥à¤¯, मूलà¥à¤¯à¥‹à¤‚ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ ही मानवशà¥à¤°à¥‡à¤£à¥€ में आता है अनà¥à¤¯à¤¥à¤¾ वह पशॠसमान है। मूलà¥à¤¯ ही हैं, जो हमें समाज में रहने के योगà¥à¤¯ बनाते हैं। इनके अनà¥à¤¸à¤¾à¤° ही हमें जà¥à¤žà¤¾à¤¤ होता है कि मानव के लिये कà¥à¤¯à¤¾ करने योगà¥à¤¯ है और कà¥à¤¯à¤¾ नहीं।
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How to cite this article:
जà¥à¤žà¤¾à¤¨ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ सिंह, ड़ाॅं0 कामता साहà¥. योग दरà¥à¤¶à¤¨ में सामाजिक मूलà¥à¤¯à¥‹ का विवेचनातà¥à¤®à¤• अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨. Int J Yogic Hum Mov Sports Sciences 2018;3(1):365-367.